Wealth Creation

Tlahuicole

Well-Known Member
It is very unfortunate that we spend 8-10 hours every day in earning money....but we dont even spend 2-3 hours in a week to invest the money saved. Better investor has a better chance to come out ahead in a long timeframe than a better earner.

Spending 2-3 hours every week is necessary to take stock of our priorities in life,our goals, our investments, how they are performing, any new ideas .....

Smart_trade
Correct ST bro. Really, what ever we do at least 2hrs of the time in week needs to go to investment decisions.

I have invested my 50% of last year profits in a small business and it is giving me 4% per month as return. Should have learned this principles before :(

Time invested in learning anything never goes waste :cool:
 

ajeetsingh

Well-Known Member
नीचे लिखी कहानी, मुद्दे से हट कर है,लेकिन मेरा छोटा सा योगदान:

एक बहुत अच्छा मैसेज –

एक छोटा बच्चा एक बड़ी दुकान पर लगे टेलीफोन बूथ पर जाता हैं
और मालिक से छुट्टे पैसे लेकर एक नंबर डायल करता हैं।
दुकान का मालिक उस लड़के को ध्यान से देखते हुए उसकी बातचीत पर ध्यान देता हैं-

लड़का – मैडम क्या आप मुझे अपने बगीचे की साफ़ सफाई का काम देंगी?
औरत – (दूसरी तरफ से) नहीं,
मैंने एक दुसरे लड़के को अपने बगीचे का काम देखने के लिए रख लिया हैं।

लड़का – मैडम मैं आपके बगीचे का काम उस लड़के से आधे वेतन में करने को तैयार हूँ!
औरत – मगर जो लड़का मेरे बगीचे का काम कर रहा हैं उससे मैं पूरी तरह संतुष्ट हूँ।

लड़का – ( और ज्यादा विनती करते हुए)
मैडम मैं आपके घर की सफाई भी फ्री में कर दिया करूँगा!!
औरत – माफ़ करना मुझे फिर भी जरुरत नहीं हैं। धन्यवाद।

लड़के के चेहरे पर एक मुस्कान उभरी और उसने फोन का रिसीवर रख दिया।
दुकान का मालिक जो छोटे लड़के की बात बहुत ध्यान से सुन रहा था
वह लड़के के पास आया और बोला-
“बेटा मैं तुम्हारी लगन और व्यवहार से बहुत खुश हूँ, मैं तुम्हे अपने स्टोर में नौकरी दे सकता हूँ”

लड़का – नहीं सर मुझे नौकरी की जरुरत नहीं हैं आपका धन्यवाद!
दुकानमालिक- (आश्चर्य से) अरे अभी तो तुम उस औरत से नौकरी के लिए इतनी विनती कर रहे थे!!
लड़का – नहीं सर, मैं अपना काम ठीक से कर रहा हूँ की नहीं बस मैं ये चेक कर रहा था, मैं जिससे बात कर रहा था, उन्ही के यहाँ पर जॉब
करता हूँ।

“आप अपना बेहतर दीजिये, फिर देखिये सारी दुनिया आपकी प्रशंसा करेगी…”

सौजनय: रमन
इंटरनेट से प्रतिलिपित
 

ajeetsingh

Well-Known Member
नीचे लिखी कहानी, मुद्दे से हट कर है,लेकिन मेरा छोटा सा योगदान:

पिताजी कोई किताब पढने में व्यस्त थे , पर उनका बेटा बार-बार आता और उल्टे-सीधे सवाल पूछ कर उन्हें डिस्टर्ब कर देता .

पिता के समझाने और डांटने का भी उस पर कोई असर नहीं पड़ता.

तब उन्होंने सोचा कि अगर बच्चे को किसी और काम में उलझा दिया जाए तो बात बन सकती है. उन्होंने पास ही पड़ी एक पुरानी किताब उठाई और उसके पन्ने पलटने लगे. तभी उन्हें विश्व मानचित्र छपा दिखा , उन्होंने तेजी से वो पेज फाड़ा और बच्चे को बुलाया – ” देखो ये वर्ल्ड मैप है , अब मैं इसे कई पार्ट्स में कट कर देता हूँ , तुम्हे इन टुकड़ों को फिर से जोड़ कर वर्ल्ड मैप तैयार करना होगा.”
और ऐसा कहते हुए उन्होंने ये काम बेटे को दे दिया.

बेटा तुरंत मैप बनाने में लग गया और पिता यह सोच कर खुश होने लगे की अब वो आराम से दो-तीन घंटे किताब पढ़ सकेंगे .

लेकिन ये क्या, अभी पांच मिनट ही बीते थे कि बेटा दौड़ता हुआ आया और बोला , ” ये देखिये पिताजी मैंने मैप तैयार कर लिया है .”

पिता ने आश्चर्य से देखा , मैप बिलकुल सही था, – ” तुमने इतनी जल्दी मैप कैसे जोड़ दिया , ये तो बहुत मुश्किल काम था ?”

” कहाँ पापा, ये तो बिलकुल आसान था , आपने जो पेज दिया था उसके पिछले हिस्से में एक कार्टून बना था , मैंने बस वो कार्टून कम्प्लीट कर दिया और मैप अपने आप ही तैयार हो गया.”, और ऐसा कहते हुए वो बाहर खेलने के लिए भाग गया और पिताजी सोचते रह गए .

दोस्तों, कई बार ज़िन्दगी की परेशानियां भी ऐसी ही होती हैं, सामने से देखने पर वो बड़ी भारी-भरकम लगती हैं , मानो उनसे पार पान असंभव ही हो , लेकिन जब हम उनका दूसरा पहलु देखते हैं तो वही परेशानियां आसान बन जाती हैं, इसलिए जब कभी आपके सामने कोई समस्या आये तो उसे सिर्फ एक नजरिये से देखने की बजाये अलग-अलग दृष्टिकोण से देखिये , क्या पता वो बिलकुल आसान बन जाएं !

सौजनय: रमन
इंटरनेट से प्रतिलिपित
 

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